Gasota Mahadev History गसोता महादेव जी के इतिहास को महाभारत से भी जोड़ा जाता है कहां जाता है कि जब पांडव अपना वनवास काट रहे थे तो कुछ समय के लिए वह गसोता मैं भी रुके थे तब यहां पर जल नहीं हुआ करता था तो भीम ने अपनी गदा से प्रहार करके यहां से जल निकाला था और आज वह जल स्त्रोत भीम गंगा के नाम से प्रसिद्ध है |
कहा जाता है कि जो जल निकलता है उसका परीक्षण भी करवाया जा चुका है और उस जल की इतनी ज्यादा गुणवत्ता है कि उस जल को पूरे विश्व में चौथा नंबर हासिल है और यह जल 12 महीने गर्मियों में और सर्दियों में भी ऐसे ही हमेशा की तरह चला रहता है यह जल 46 गांव तक पहुंचाया जाता है और फिर भी यह जल कभी खत्म नहीं होता |
